बलरामपुर/अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बलरामपुर इकाई के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल के कलियागंज की मालगाँव पंचायत के गंगुआ गाँव की नाबालिग आदिवासी राजबंशी समुदाय के लड़की डोली बर्मन के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के विरोध में न्याय की मांग को लेकर अभाविप, भाजपा, विश्व हिन्दू रक्षा संगठन,व राजवंशी कल्याण परिषद के द्वारा बलरामपुर के तेलता मोड़ से बलरामपुर टूगिदिघी बंगाल बार्डर तक कैंडल मार्च निकाला वहीं आक्रोशित छात्रों ने बंगाल प्रशासन के खिलाफ और ममता सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी मुर्दाबाद, डोली हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा है, डोली के हत्यारे को फांसी दो, बंगाल सरकार हाय हाय के नारे लगाए।मौके पर अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बिनोद कुमार कुशवाहा व बासु सिंह संयुक्त रूप में कहा कि इसी तरह की घटनाऐं बंगाल के विभिन्न जिलों में बार-बार हो रही हैं. तुष्टीकरण की राजनीति के कारण बंगाल की पुलिस प्रशासन मौन है। प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं होने के कारण ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। यह असहनीय है कि एक महिला मुख्यमंत्री के शासन में हिंदु अनुसूचित जाति और आदिवासी लड़कियों पर लगातार अत्याचार किया जाता है।और इसके दोषी के खिलाफ बोलने में बंगाल के मुख्यमंत्री के मुंह पर दही जम जाता है। उन्होंने हत्यारे को स्पीडी ट्रायल चलाकर फांसी की देने मांग की है। तथा केंद्र सरकार से बंगाल में अभिलंब राष्ट्रपति शासन भी लगाने की मांग की है। वही समाजसेवी जगन्नाथ दास ने कहा कि जिस प्रकार से बंगाल के कलियागंज में बहन डोली बर्मन के साथ जघन्य घटना को अंजाम दिया गया।और वहां की पुलिस जिस प्रकार से परिजनों और प्रदर्शनकारियों के उपर लाठी चलवाकर डोली के शव को घसीटते हुए अपने कब्जे में ले गई। यह काफी निंदनीय है। पुलिस साक्ष्य को मिटाने का काम कर रही है। और जांच को विपरीत दिशा में लेकर जाना चाहती है।उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है।मौके पर अमृत सिंह,सुदर्शन सिंह,विक्की कुमार दास,महेश्वर महतो,
जगरनाथ दास, प्रियेकेश कुमार,रंजीत कुमार महतो, अमरजीत यादव,आनंद मोहन,पांडव राय,भारत दास,प्रणव दास,नटवर कुमार,राहुल कुमार,भादु सिंह, कैलाश सिंह,बिकेश सिंह,प्रदीप कुमार आदि मौजूद रहे।