ओमकारेश्वर बांध की टरबाइन से पानी छोड़ने के पहले अलार्म बजाया जाता है, लेकिन सभी ने इस अलार्म को अनसुना कर दिया और चट्टानों पर बैठकर नहाते रहे।
स्थानीय लोगों ने भी उन्हें समझाया, लेकिन नहीं किसी ने एक ना सुनी कुछ समय बाद टरबाइन से पानी छूटने के कारण नर्मदा का जलस्तर तेज़ी से बढ़ने लगा। सभी युवक बहाव में फंस गए और लोगों से बचाने की गुहार लगाने लगे।
तभी निजी और एनडीआरएफ की ओर से लगाए गए नाविकों ने इन्हें देखा और बचाने दौड़े। कड़ी मशक्कत के बाद नाव और रस्सों के जरिए सभी को बचाया गया।
एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी ने बताया कि टरबाइन चालू करने के पहले चार बार अलार्म बजाया जाता है, ताकि नदी में नहाने वाले लोग सचेत हो जाएं, लेकिन बाहर से आने वाले श्रद्धालु इस और ध्यान नहीं देते।
इस तरह की लापरवाही के कारण ही घटनाएं होती है। हालांकि नदी में नाव पर सवार नाविक और एनडीआरएफ का बचाव दल मौजूद रहते हैं, जिन्होंने तुरंत सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
घटना की सूचना मिलते ही मांधाता थाने का बल भी तत्काल मौके पर पहुंचा और श्रद्धालुओं के बचाने में मदद की।