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फर्जी भर्ती के सबूतों को आरोपियों ने लगाई आग, अब CBI अधिकारी छान रहे खाक

संवाद 

 पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई ने आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस बीच, दक्षिण 24 परगना के भांगड़ के अंदुल गरिया इलाके में मंगलवार सुबह एक खेत में सरकारी दस्तावेज जले देखे गए.

आरोप है कि रात के अंधेरे में कोई दस्तावेज खेत में छोड़ गया. वहां आग भी लगा दी. यह देखा जा सकता है कि एक बड़े क्षेत्र में दस्तावेजों में आग लगी हुई है. यह पता नहीं चल पाया है कि दस्तावेज क्या थे या उनमें आग क्यों लगाई गई? अब सीबीआई के अधिकारी खाक तलाश रहे हैं.

भांगड़ क्षेत्र में जिन दस्तावेजों में आग लगाई गई है, उन्हें सरकारी दस्तावेज माना जा रहा है. सूचना मिलते ही सीबीआई की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं. उन्होंने आग बुझाई और आधे जले दस्तावेजों को निकालने का प्रयास किया. कई अधजले दस्तावेज बरामद किए गए हैं. प्रारंभ में ज्ञात दस्तावेज बिहार सरकार के हैं. ये बिहार कृषि एवं मत्स्य विभाग के 2008 2010 के दस्तावेज हैं.

सरकारी दस्तावेजों ने लगा दी गई आग

सुबह से ही स्थानीय लोगों ने देखा कि कागज की लॉरी और लॉरी लाकर बगीचे में जमा करा दी गई है. स्थानीय तृणमूल नेताओं गौतम मंडल और राकेश रॉय चौधरी बगीचे के मालिक हैं, जहां दस्तावेज जलाए गए थे. 

गौतम और राकेश पार्थ चटर्जी और कैनिंग ईस्ट के विधायक शौकत मोल्ला के भी करीबी माने जाते हैं. हालांकि, जब गौतम और राकेश से संपर्क किया गया तो उन्होंने दावा किया कि जमीन उनकी नहीं है. उनके मुताबिक इस जमीन का मालिक बिहार का रहने वाला है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने इसे लेकर ट्वीट किया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसारमूल रूप से 2008-2010 के दस्तावेज हैं. लेकिन दस्तावेजों का जलना रहस्य बना हुआ है. क्या इसका मतलब यह है कि किसी बड़े नाम, किसी भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश की जा रही है? बता दें कि सीबीआई ने शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में अभी तक तृणमूल कांग्रेस के तीन विधायक सहित कई नेताओं को गिरफ्तार कर चुकी है.

तृणमूल नेता ने दस्तावेज में आग लगाने के मामले में झाड़ा पल्ला

कैनिंग ईस्ट के विधायक और भंगाड़ के पर्यवेक्षक शौकत मोल्ला ने इस संदर्भ में कहा, 'सीबीआई ने आकर बहुत अच्छा किया है. हम चाहते हैं कि जांच के जरिए सच सामने आए. अधिकारी आ रहे हैं और मामले को देख रहे हैं, यह बहुत खुशी की बात है. हमें उनके आने और खुद आग बुझाने और दस्तावेज जुटाने में कोई दिक्कत नहीं है. अगर उन्हें हमसे कोई मदद चाहिए तो हम जरूर मदद करेंगे. यह कागज कहां से और कौन लाया, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.' इस मामले में सीबीआई ने राकेश चौधरी और गौतम मंडल को तलब किया है.

सीबीआई, ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां ​​राज्य में भर्ती भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कर रही हैं. वे पहले भी कई लोगों को गिरफ्तार कर चुके हैं. विभिन्न क्षेत्रों में जानकारी और सबूतों की तलाश की जा रही है. 

सेंट्रल इंटेलिजेंस ने दावा किया है कि विभिन्न रसूखदार लोगों के पास से भर्ती में भ्रष्टाचार से जुड़े अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं. सीबीआई का मानना ​​है कि सोमवार रात भांगड़ में जलाए गए दस्तावेजों का संबंध भर्ती भ्रष्टाचार से हो सकता है. इसलिए वे मौके पर पहुंचे और दस्तावेज बरामद करने का प्रयास किया.

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