संवाद
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की.
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी साथ रहे तो नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, नीतीश सरकार में मंत्री संजय झा, आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा भी पहुंचे थे.
सभी नेताओं की मुलाकात के बाद विपक्ष को एक मंच पर लाने का ऐलान किया गया. इस दौरान दावा किया गया कि 2024 से पहले केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को गोलबंद किया जाएगा. नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा कौन होगा इस सवाल पर सभी नेताओं ने कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा.
दरअसल बिहार के सीएम नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही नीतीश कुमार केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एक मंच पर लाने की कवायद में जुट गए हैं.
नीतीश कुमार इससे पहले दो बार दिल्ली पहुंचे और सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी, डी राजा, और अखिलेश यादव से मिले.
‘देश में चल रही है विचारधारा की लड़ाई’
इसके बाद एकबार फिर नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर पहुंचे जहां उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की. मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा- आज देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है. संस्थानों को कमजोर किया जा रहा है. उसपर हमले हो रहे हैं. इसके बाद विपक्ष को एकमंच पर आना होगा.
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष को एक करने के लिए वह कदम उठाएंगे. वहीं कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बैठक में यह तय हुआ कि सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करना है और आने वाला चुनाव साथ मिलकर लड़ना है.
विपक्ष का चेहरा कौन? सबने साधी चु्प्पी
वहीं बिहार के सीमए नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को एकजुट करने का प्रयास करेंगे फिर एक साथ मिलकर चलेंगे. बैठक में जो बात हुई है उसके आधार पर ही हमलोग आगे बढ़ेंगे. इसके साथ ही उन्होंने जल्द ही एक और बैठक करने की बात कही.
वही नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि अबतक कितनी पार्टियां साथ आई है तो उन्होंने कहा बहुत लोग साथ आए हैं जिस दिन बैठेंगे ना उसी दिन आप लोग जान जायेंगे. वहीं विपक्ष का चेहरा कौन होगा इसपर सभी नेताओं ने चुप्पी साध ली