आज देशभर में ईद मनाई जा रही है। यह त्यौहार मुस्लिम समाज के लोगों के लोगों के लिए पाक(पवित्र) होता है। ईद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़े पहनकर नमाज पढ़ने जाते हैं। इस दिन लजीज पकवान बनाए जाते हैं। लोग ईद के दिन रिश्तेदारों के घर जाते हैं। एक साल में दो ईद मनाई जाती हैं। पहली ईद को ईद-उल-फितर कहा जाता है तो वहीं दूसरी को ईद-उल-अजहा(बकरीद) कहा जाता है। बकरीद पर मुस्लिम समुदाय के लोग जानवर की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी का गोश्त बांटा जाता है।
ईद-उल-फितर के दिन गरीबों को दान दिया जाता है, जिसे जकात फितरा कहा जाता है। जकात फितरा लोगों की आय के मुताबिक होती है। ईद के अलावा रमजान के पूरे महीने में भी गरीबों को दान दिया जाता है। इस महीने में जितना दान दिया जाए, उतना ही सबाब मिलता है।कहा जाता है कि रमजान के महीने में कोई भी अच्छा काम करने पर 70 गुना सबाब मिलता है। इसलिए इस महीने में लोगों को बुरे कामों से दूर रहने के लिए कहा जाता है। ईद के दिन लोग गिले-शिकवे भूलकर एक दूसरे के गले मिलते हैं। इसे भाईचारे का त्योहार भी कहा जाता है।ईद के इतिहास के बारे में कहा जाता है कि 624 ईस्वी में पहली ईद-उल-फितर या मीठी ईद मनाई गई थी। ईद पैगम्बर हजरत मुहम्मद के युद्ध में विजय प्राप्त करने की खुशी में मनाई गई थी। तभी से ईद मनाने की परंपरा चली आ रही है।
इन मैसेज के जरिए दे अपनों को मुबारकबाद
पानी झलकता है,
फूल महकता है,
और हमारा दिल तड़पता है,
आपको ईद मुबारक कहने के लिये।।
कोई इतना चाहे हमें तो बताना,
कोई तुम्हारी फिक्र करे तो बताना,
ईद मुबारक तो हर कोई कह लेगा,
कोई हमारे अंदाज में कहे तो बनाता।।