प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने एक बार फिर साफ किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार की लड़ाई जारी रहेगी, फिर चाहे विरोधी कितना भी बड़ा गठबंधन क्यों न बना लें।
बुधवार (26 अप्रैल, 2023) को ये बातें पीएम ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान कहीं।
वह आगे बोले- भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी सरकार की कार्रवाई से कुछ लोग नाराज हैं, पर वह भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ इस लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे। जो लोग नाराज हैं और शोर मचा रहे हैं, वे पिछले नौ साल में उनकी सरकार की ओर से बनाई गई ईमानदार व्यवस्था को 'नष्ट' करना चाहते हैं, लेकिन वे अपनी 'साजिशों' में सफल नहीं होंगे, क्योंकि विरोधियों की लड़ाई उनके साथ नहीं, बल्कि आम लोगों के खिलाफ है।
मोदी के ममुताबिक, उनकी सरकार के प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से सरकारी योजनाओं और अन्य खर्चों में हजारों करोड़ रुपये की लीकेज खत्म हो गई है, जिससे कुछ लोगों के लिए भ्रष्टाचार का स्रोत रुक गया है। ऐसे में वे उन्हें गाली नहीं देंगे तो और क्या करेंगे? भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में अब कोई आधा उपाय और अलग-थलग दृष्टिकोण नहीं है। अब इस लड़ाई में एक एकीकृत और संस्थागत तंत्र मौजूद है।
बकौल पीएम, ''वे (विरोधी) कितना भी बड़ा गठबंधन कर लें...सभी भ्रष्ट लोगों और सभी 'परिवारवादी' को मंच पर आने दें... मोदी अपने रास्ते से पीछे हटने वाला नहीं है। मैंने देश को भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से मुक्त करने का संकल्प लिया है और यह जारी रहेगा। मैं आपका आशीर्वाद चाहता हूं।" मोदी ने आगे बताया कि उनकी सरकार ने कुछ लोगों के लिए भ्रष्टाचार के जरिये पैसा बनाने के साधन बंद कर दिए हैं, जिससे वे नाराज हैं।
यह जिक्र करते हुए कि उनकी सरकार की ओर से जन धन बैंक खाते, आधार और मोबाइल फोन के इस्तेमाल से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 10 करोड़ फर्जी लाभार्थी बाहर हो गए, प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर ऐसे लोगों को धन भेजने का आरोप लगाया, जिनका अस्तित्व ही नहीं था और जिनकी संख्या दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त आबादी से बड़ी थी। उन्होंने आगे कहा कि यह भ्रष्टाचार का स्रोत था और अब इसे रोक दिया गया है।