बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले में सीबीआई ने आज टीएमसी के विधायक जिबान कृष्ण साहा को अरेस्ट कर लिया। वह टीएमसी के तीसरे विधायक हैं, जिसकी इस घोटाले में गिरफ्तारी की गई है। सोमवार सुबह सीबीआई ने मुर्शिदाबाद जिले के बरवान से जिबान कृष्ण साहा को गिरफ्तार किया।
शुक्रवार दोपहर से ही एजेंसी विधायक से पूछताछ कर रही थी। 60 घंटे तक चली पूछताछ के बाद उनको अरेस्ट कर लिया गया। गिरफ्तारी से पहले टीएमसी के विधायक के घर की तलाशी भी ली गई। इस भर्ती घोटाले में यह सबसे लंबी पूछताछ थी।
पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और प्राइमरी स्कूल शिक्षा बोर्ड के पूर्व चेयरमैन माणिक भट्टाचार्य के बाद साहा तीसरे विधायक हैं, जिन्हें इस मामले में अरेस्ट किया गया है। सीबीआई ने गिरफ्तारी के बाद विधायक साहा को विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 4 दिन की हिरासत में भेज दिया गया। विधायक की गिरफ्तारी पर ममता बनर्जी भड़क गई हैं। सीएम ने कहा कि यह भाजपा का गेम प्लान है।
उन्होंने कहा, 'यह भाजपा का गेम प्लान है। भाजपा ज्यादा से ज्यादा विधायकों को फंसाना चाहती है ताकि वे विधानसभा ना जा पाएं। इसके बाद बचे हुए लोगों को खरीदने की तैयारी करेगी। लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाएंगे क्योंकि हमारे पास बहुत विधायक हैं।'
ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा अब तक 5 से 6 विधायकों को टारगेट कर चुकी है। इस बीच टीएमसी विधायक के घर जांच करने वाली सीबीआई ने कुछ सबूत मिलने की बात कही है। एजेंसी ने कहा कि टीएमसी विधायक के घर से उन सैकड़ों लोगों के दस्तावेज पाए गए हैं, जिन्हें घूस के एवज में नौकरी दी गई है। 5 बैगों में ये डॉक्युमेंट्स मिले हैं।
एजेंसी का कहना है कि इन दस्तावेजों को विधायक के घर के पीछे झाड़ियों में छिपा दिया गया था। यही नहीं सीबीआई की टीम विधायक के घर जब पहुंची तो उन्होंने अपने दो मोबाइल फोन भी घर से सटे तालाब में फेंक दिए। हालांकि पुलिस ने तालाब से इन दोनों मोबाइलों को रिकवर कर लिया है।