पुलिस दोषी को अपने साथ ले गई.
दोषी मेहरे आलम के पिता महमूद आलम ने बताया कि शनिवार शाम 6 बजे के निकट पुलिस गिरफ्तार कर उसे ले गई. इन्होंने पुलिस द्वारा मेहरे आलम को फरार कहे जाने की बात का खंडन करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं थी.बता दें कि पटना के गांधी मैदान बम ब्लास्ट माजरे में NIA ने दोषी मेहरे आलम को गिरफ्तार कर इसकी भूमिका को लेकर जांच-पड़ताल की थी जिसमें मेहरे आलम को बम ब्लास्ट में संलिप्ल नहीं पाया गया फिर NIA उसे गवाह बनाकर अपने साथ मुजफ्फरपुर ले गई और मुजफ्फरपुर में कई स्थानों पर जांच-पड़ताल करने के क्रम में ही मेहरे आलम एनआईए को चकमा देकर फरार हो गया था. उसके बाद एनआईए की टीम ने मेहरे आलम के विरुद्ध मुजफ्फरपुर के नगर थाने में 30 अक्टूबर, 2013 को कांड संख्या 612/13 दर्ज किया था. तब से वह भाग ही रहा था. दरअसल, 27 अक्टूबर, 2013 को गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा स्थल सहित पटना जंक्शन पर बम ब्लास्ट हुआ था, जिसमें छह लोगों की मृत्यु हुई थी और निरंतर 82 लोग जख्मी हो गए थे. इसमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मेहरे आलम को बम ब्लास्ट कांड में दोषी बनाया था. इस माजरे में एनआईए की टीम पूर्व में मेहरे आलम को बतौर गवाह बनाकर अपने साथ ले गई थी. वहीं मेहरे आलम की निशानदेही पर 29 अक्टूबर, 2013 को मुजफ्फरपुर के मीरपुर में जांच की गई.