मोदी सरकार महंगाई का मुद्दा भूल गई.
जंतर-मंतर पर बैठी महिला पहलवानों को भूल गई. भारत की इकोनॉमी भूल गई. 2014 में भारतीय जनता पार्टी को बाबा रामदेव मिल गये थे. 2019 में इनको नये बाबा मिल गए, अब 2024 में फिर इनको एक नये बाबा मिल गए हैं. पप्पू यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बोला कि राम मंदिर हमारे इमोशन से जुड़ा है रोजगार से नहीं. हम हिन्दुस्तान में वाल्मीकि और सीता का मंदिर बनाएंगे. इन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बोला कि रोजगार पर जिक्र नहीं, हर चुनाव में सिर्फ घृणा की बात करना, हर चीज की मार्केटिंग करना, अडानी का पैसा बढ़ाना, मुसलमानों को गाली देना, ईडी-सीबीआई केंद्रीय एजेंसी के बल पर भारतीय जनता पार्टी में 2024 में फिर सत्ता में आना चाहती है. उनको संविधान पर विश्वास नहीं है. भगवान प्रेम की बात करते हैं लेकिन ये नफरत की बात करते हैं. समाज को जोड़ने के बजाए समाज को तोड़ने की बात करते हैं.नये संसद भवन के उद्घाटन पर हो रहे तकरार पर पप्पू यादव ने बोला कि नये संसद भवन के उद्घाटन पर किसी को आपत्ति नहीं है, लेकिन हमारे देश के संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति का पद सर्वोच्च होता है. संसद सत्र में सबसे पूर्व राष्ट्रपति का अभिभाषण होता है ना कि प्रधानमंत्री का. हमारा विनती है कि सर्वोच्च न्यायालय को इसमें इंटरफेयर करना चाहिए. पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नये संसद के आरंभ किए जाने पर इन्होंने बोला कि ऐसा भारत में कभी नहीं हुआ इसलिए सुप्रीम कोर्ट को कोई फैसला लेना चाहिए और नये संसद आरंभ को रोकना चाहिए.