मिथिला हिन्दी न्यूज : महागठबंधन और बीजेपी दोनों ने ही 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है। कांग्रेस ने बीजेपी की तरह ही कुछ सीटों पर लोकसभा चुनावों के लिए फोकस किया है।जिसमें सीतामढ़ी लोकसभा सीट को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा है जहां से जदयू के सुनिल कुमार पिंटू पहली बार सांसद है पहली बार हीं उन्होंने राजद के उम्मीदवार अर्जुन राय को मोदी लहर में पटकनी दी थी। इस बार परिस्थितियां बदली हुई है इस बार मोदी लहर सीतामढ़ी में डगमगाता नजर आ रहा है विधानमंडल के सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर, सुनिल कुमार पिंटू के राह के सबसे बड़े रोड़ा बने हुए है। देवेश चन्द्र ठाकुर की अदावत सुनिल कुमार पिंटू से आमने-सामने की हो गई है पिछले लोकसभा चुनाव में देवेश चन्द्र ठाकुर सीतामढ़ी से भाजपा का टिकट चाहते थे काफी मान मन्नौवल के बाद माने थे। अंत में जदयू के कोटे में चला गया ऐसे में देवेश चन्द्र ठाकुर सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे अब यह समय बताएगा। सुनिल कुमार पिंटू चुनाव लड़ेंगे या राम कुमार शर्मा लड़ेंगे सस्पेंस बरकरार है। चौक चौराहे पर चर्चा है कि जदयू से देवेश चन्द्र ठाकुर का टिकट फाइनल है। तो सुनिल कुमार पिंटू भाजपा के संपर्क में हैं। सीतामढ़ी लोकसभा के जातीय समीकरण की बात करें तो सीतामढ़ी में वैश्य, यादव और मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी तादाद है। आरजेडी का MY समीकरण अगर फिर से फिट बैठता है तो इस सीट पर एनडीए के लिए फिर से मुश्किल होने वाली है।सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिसमें 3 सीटों पर भाजपा का कब्जा है तो 3 पर जदयू राजद का चुनाव जीता है। समीकरण के हिसाब से 6 में से 3 सीटों पर महागठबंधन का कब्जा है। जातीय समीकरण की बात करें तो यहां यादव 19%, मुस्लिम 17%, सवर्ण 17% और वैश्य 15% हैं। यदि ये सीतामढ़ी लोकसभा की सीट राजद की खाते में जाती है तो बाजपट्टी के विधायक मुकेश यादव का नाम सबसे पहले रखा जा सकता है। हाल ही में एक नाम राजद में तेजी से उपर आया है वो है सुधीर कुंवर का । यदि इन सबके बीच अर्जुन राय को टिकट दिया गया तो आश्चर्य की बात नहीं है। एक नाम और तेजी से बढ़ रहा है वो कब्बू खिरहर का जदयू के खाते में जाती है ये सीट तो सबसे पहले विधानमंडल के सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर का नाम होगा यदि पिछले चुनावों की बात करें तो इनके नाम पर सहमति नहीं बन पाती है यदि ऐसा होता है तो पूर्व सांसद राम कुमार शर्मा का नाम सबसे ऊपर है। क्योंकि उपेंद्र कुशवाहा का जदयू छोड़ने के बाद राम कुमार शर्मा का कद बढ़ा है। एनडीए की बात की जाए तो उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल को ये सीट मिल सकती है। यदि ऐसा होता है तो दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है जिसमें विधान परिषद रामेश्वर महतो और महंथ सिंह कुशवाहा का नाम लेकिन सोर्स की बात की जाए मंत्री नित्यानंद राय सीतामढ़ी का सीट होल्ड पर रख दिया है। कहीं न कहीं उनके मन में है की ये सीट उनके लिए सेफ सीट है। दुसरी तरफ भाजपा की की ओर से सीताराम यादव, भारती देवी, विशाल कुमार, सुनील कुमार पिंटू, विधायक मिथिलेश कुमार का नाम चर्चा में है।