वहीं दो दिन बाद से प्रदेश में दिन का टेंपेरेचर 38 से 40 डिग्री तक पहुंचने की आशंका है.
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुकूल साइक्लोन सर्किल का असर बिहार और उत्तर प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों से गुजरते हुए छत्तीसगढ़ तक जा रहा है. गुरुवार देर शाम तक बिहार के अलग-अलग जिलों में आंधी पानी और वज्रपात की मामला हुई हैं. अररिया के नरपतगंज में सबसे अधिक 42 मिमी वर्षा दर्ज की गई. 37.5 डिग्री के साथ शेखपुरा में सबसे ज्यादा टेंपेरेचर दर्ज किया गया है.गुरुवार की शाम मौसम विभाग की रिपोर्ट पर नजर डालें तो 24 घंटे में अररिया के नरपतगंज में 42 मिमी, बेगूसराय में 39 मिमी, सीतामढ़ी के सोनबरसा में 28 मिमी, सुपौल में 24.2, छतरपुर में 19.2, मधुबनी के झंझारपुर में 18.6 मिमी वर्षा हुई है. इसके अलावा सुपौल के त्रिवेणीगंज में 14.4, गोपालगंज के भोरे में 13.0, फारबिसगंज में 10.4, सीवान के पचरुखी में 10.4, सीवान के महाराजगंज में 10.2, मधुबनी के पंडौल में 5.8 मिमी और किशनगंज में 5.2 मिमी बारिश हुई है.वहीं दूसरी ओर भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुकूल छह मई के आसपास ही दक्षिण और पूर्वी बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की संभावना हैं. इसे मोचा नाम दिया गया है. और इससे सात मई को एक लो प्रेशर एरिया सिस्टम सक्रिय होगा. आठ मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया उद्योगी होगा. इससे नौ मई को बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान का प्रभाव रहेगा. और बताया जाता है कि बिहार में भी आंशिक असर देखने को मिल सकता है.