साथ ही बिहार मौसम सेवा केंद्र द्वारा विकसित मोबाइल ऐप ‘मौसम बिहार’ का भी लोकार्पण किया.
पंचायत स्तर तक के मौसम की सटीक सूचना के लिए मोबाइल ऐप विकसित करने वाला बिहार भारत का पहला राज्य है.''
इन्होंने ट्वीट किया ''बिहार मौसम सेवा केंद्र के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के अनुमान की जानकारी प्रसारित कर लोगों को सतर्क किया जाएगा जिससे कम-से-कम क्षति होगी. मौसम अनुमान की सटीक सूचना होने से राज्य में किसानों को खेती में सुविधा होगी.''
सीएम नीतीश ने बोला कि बिहार के सारे लोग ‘मौसम बिहार’ मोबाइल ऐप के जरिये से अपने ग्राम पंचायत का मौसम अनुमान प्राप्त कर सकते हैं. बिहार मौसम सेवा केंद्र 24 घंटे कार्यरत रहेगा और लोग दूरभाष एवं मोबाइल ऐप के जरिये से मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
मौसम के संबंध में यदि पहले से सूचना आसानी से मिल जाए तो इससे सबसे ज्यादा फायदा किसानों को मिलेगा. बीजों की बुआई और फसलों की कटाई का कार्य किसान सही वक्त पर कर सकेंगे. बिहार को हर साल बाढ़ की मार को झेलनी पड़ती है. बिहार में हर साल बाढ़, सूखे, शीतलहर, लू, तूफान और वज्रपात से न केवल जानमाल की क्षति होती है बल्कि किसानों को फसलों का भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
ऐसे में नए मौसम सेवा केंद्र से यदि प्राकृतिक आपदाओं की सूचना वक्त से पहले दे दी जाएगी तो उससे इन्हें कम से कम नुकसान उठाना पड़ेगा. बिहार मौसम सेवा केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ सीएन प्रभु ने बोला कि यह केंद्र 24 घंटे काम करेगा और लोग फोन या मोबाइल एप के माध्यम मौसम संबंधी सूचना प्राप्त कर सकेंगे.