चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर निरंतर बयान जारी कर अलग-अलग पार्टी पर आक्रमण बोल रहे हैं. कभी बीजेपी तो कभी आरजेडी पर वो हमलावर हैं. जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बुधवार (31 मई) को नया बयान जारी करते हुए बोला है कि बिहार में आज बीजेपी (BJP) कुछ नहीं है. आज बीजेपी की स्थिति ऐसी है कि पार्टी की कमान बिहार में ऐसे व्यक्ति के पास है जिनके बाबूजी पूर्व लालू के मंत्री थे, फिर वो नीतीश के मंत्री हुए, इसके बाद वह मांझी के भी मंत्री हुए. आजकल इनका बेटा बीजेपी का उद्धार करने निकला है.पीके ने बोला कि 30 वर्षों में बिहार में जितने लोग एमएलए और एमपी बने हैं, चाहे वह जिस भी दल से बने हों वो पूरे प्रदेश में कुल 1200 से 1500 परिवार के लोग ही बने हैं. लालू और नीतीश के शासन में मंत्री रहे शकुनी चौधरी के बेटे सम्राट चौधरी से आशा है. बीजेपी को भी बिहार में कोई नया आदमी नहीं मिल रहा है, इनको भी वही व्यक्ति मिला है जिनके बाप-दादा पहले किसी और दल में थे.
बिहार में बीजेपी अभी नेता ढूंढ ही रही है.
बीजेपी पर आक्रमण करते हुए पीके ने बोला कि कोई नेता उनको यहां मिल जाए जिसके नाम पर बिहार में चुनाव लड़ा जा सके, इसी की फिराक में रहते हैं. प्रधानमंत्री के मुखड़े पर जो मतदान मिलता है बस वही मतदान बीजेपी को मिल रहा है. बिहार में बीजेपी के किसी नेता के नाम पर पांच वोट भी नहीं है.
पीके यहीं नहीं रुके, इन्होंने बोला कि बिहार में जिस दल की हवा उड़ती है, सब नेता उसी में आ जाते हैं. बीजेपी को बिहार में आज जो भी मतदान मिलते हैं वो मोदी के मुखड़े के नाम पर, हिंदुत्व के नाम पर, राम मंदिर के नाम पर और हिंदू-मुस्लमान के नाम पर ही मिलता है.