अब यह इतिहास बदलने के प्रयत्न में हम लोग भागीदार नहीं होंगे.
आगे ललन सिंह ने बोला कि अगर बुलाना ही था तो आरंभ के लिए राष्ट्रपति को बुलाना चाहिए था. प्रधानमंत्री कौन होते हैं? इसलिए हम लोग इसका बहिष्कार कर रहे हैं. इस वक्त एक प्रश्न पर कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बोला है कि विधानसभा में भी सिलावट नीतीश कुमार के लगे हैं. उद्घाटन नीतीश कुमार ने किया है. इस पर उत्तर देते हुए ललन सिंह ने बोला कि सम्राट चौधरी जो बोलेंगे वह कानून नहीं न है.एक और प्रश्न पर कि सुशील कुमार मोदी ने बोला है कि अगर इतनी ही परेशानी है तो नए संसद भवन में विपक्ष पैर ना रखे इस पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बोला कि सुशील मोदी ही पूरा लोकतंत्र का आधारशिला रखेंगे क्या? सुशील कुमार मोदी लोकतंत्र की आधारशिला नहीं रखेंगे. और बता दें कि सरकार अगर बदलेगी तो नए संसद भवन में कोई दूसरा कार्य होगा.