अगर आवश्यक पड़ी तो सिंगापुर भी जा सकते हैं,
लेकिन चेकअप के बाद वे जल्द ही पटना लौटेंगे. पिछले साल चार दिसंबर को सिंगापुर में लालू प्रसाद की किडनी ट्रांसप्लांट कराई गई थी. लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी किडनी दी थी. इसके बाद लालू 11 फरवरी को सिंगापुर से दिल्ली आए थे. दिल्ली में निरंतर तीन महीना रहने के बाद वह 28 अप्रैल को पटना आ गए थे.लालू यादव 18 दिन पटना में रहे. इस वक्त महागठबंधन के कई नेताओं से इन्होंने भेंट की थी. सियासत पर भी जिक्र भी हुई थी. लालू यादव से मिलने के लिए बीजेपी के नेता आरके सिन्हा भी आए थे. हालांकि इन्होंने कहा था कि लालू से उनका व्यक्तिगत संबंध है. वह भी किडनी ट्रांसप्लांट कराए और मैंने भी कराया है. हालचाल लेने आया था.हालांकि प्रतिदिन लालू यादव से मिलने वालों का तांता लगा रहता था. पटना आने के बाद यह पहली बार राबड़ी देवी के आवास से बाहर निकले थे और 12 मई को पटना के हाई कोर्ट मजार पर भी चादरपोशी करने गए थे. लालू के आने के बाद सीएम नीतीश कुमार भी जाकर उनसे मिलने गए थे.