नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना में बोला कि जब वे स्कूल में थे उसी वक्त पंडित नेहरू का देहांत हुआ था.
इस प्रोग्राम को वे छोड़ नहीं सकते थे. इन्होंने बोला कि दिल्ली में नीति आयोग की बैठक सुबह में ही है और सुबह में ही यहां प्रोग्राम होना है. इस वजह से हम नहीं जा सके. बैठक के लिए हमें बहुत पहले जानकारी दी गई थी उस वक्त ही हमने बोला था कि दोपहर बाद होती तो हम चले जाते, हमने 5 अफसरों के नाम भेजे थे लेकिन उन्हें मान्य नहीं किया गया. नीतीश कुमार ने बोला कि आज हमें जानकारी मिली है कि 5 राज्यों के भी मुख्यमंत्री नहीं जा रहे हैं तो उन लोगों के नहीं आने का क्या वजह है वह तो हम नहीं कह सकते हैं लेकिन मेरा यही कारण था नहीं जाने का. नए संसद भवन पर इन्होंने बोला कि यह तो इतिहास बदला जा रहा है.
नए संसद भवन के उद्घाटन में जाने की बात पर नीतीश कुमार ने बोला कि नए संसद भवन की कोई आवश्यकता नहीं थी. इन्होंने बोला कि सारे लोग यह मांग कर रहे हैं कि राष्ट्रपति से उद्घाटन होना चाहिए, लेकिन मैं इस चीज को नहीं मानता हूं. नए संसद भवन की आवश्यकता ही नहीं थी, यह तो इतिहास को बदला जा रहा है. आजादी के बाद से जो संसद भवन है उस इतिहास को कोई कैसे बदला जा सकता है. उसी भवन का विस्तार किया जाता वह बात अलग थी.मुख्यमंत्री ने 2000 के नोट पर बैन को लेकर हंसते हुए बोला '' क्या ये लोग कर रहे हैं. पहले 1000 का नोट बंद किए उसके बाद 2000 का नोट चलाए अब उसको भी बंद कर दिया गया. इन्होंने बोला कि मीडिया कर्मियों से पूछना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है.''