सुरेंद्र राम ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री जो करिश्मा दिखाते हैं, वहां लोगों का आस्था जुड़ जाता है और वह कहते हैं कि डॉक्टर के यहां मत जाइए. बीमारी उनके यहां जाने से और बोल देने से ठीक हो जाएगा?
इस वजह लोगों का समय से उपचार नहीं हो पाता है.
करिश्मा हम नहीं मानते हैं. ऐसे पाखंडी बाबाओं के यहां लोग आस्था और विचार लेकर जाते हैं कि हम वहां जाएंगे और बिना दवा के सिर्फ आशीर्वाद से ही ठीक हो जाएंगे. हम लोगों से कहेंगे कि ऐसे पाखंडी बाबाओं के वहां मत जाइए. कोई बीमारी हो तो सही समय पर डॉक्टर के यहां जाइए, तभी उपचार मुमकिन होगा. श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि पाखंडी बाबाओं के यहां जाने से अगर आप शारीरिक बीमार हैं तो मानसिक रूप से भी जरूर बीमार हो जाएंगे. हम उनसे कहना चाह रहे हैं कि आप यहां आ रहे हैं तो आइए लेकिन यहां पर हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई को लड़ाने की बात कहेंगे तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. आप हमारे धर्म को कलंकित करने का काम कर रहे हैं. हम लोग भी सनातन को मानने वाले लोग हैं. हम अपने नाम के बाद में भागवान राम का नाम रखकर चलने वाले लोग हैं. पहले भगवान राम के नाम पर सियासत होता था. आगे मंत्री ने कहा कि अब बजरंगबली और महावीर के नाम पर पाखंडी बाबा सियासत कर रहे हैं. यह उपदेश देने वाले बाबा नहीं हैं, ना ही कोई करिश्मा बाबा हैं, यह पाखंडी बाबा हैं. हम देश के वासियों से अनुरोध करेंगे कि ऐसे पाखंडी बाबाओं से बचना चाहिए. ऐसे पाखंडी बाबाओं को दिल से निकाल कर जमीन पर पटकने का काम करना चाहिए.