4 दिनों तक इन जिलों में बारिश की कोई अनुमान नहीं है.
साथ ही इन जिलों में टेंपेरेचर में भी दो से तीन डिग्री की वृद्धि और ज्यादा गर्मी से लोगों को दिक्कत हो सकती है.वहीं बीते सोमवार को राज्य के उत्तरी भाग के 6 जिलों में हल्की और मध्यम स्तर की बारिश दर्ज की गई. इनमें सबसे अधिक ज्यादा बारिश सुपौल जिले के राघोपुर में 42.2 मिलीमीटर दर्ज की गई, तो मधेपुरा के मुरलीगंज में 38.2, सहरसा में 35 मिलीमीटर, अररिया के रानीगंज में 31.6 मिलीमीटर, दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान में 26.5 मिलीमीटर, मधुबनी के पंडोल में 23.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज किया गया. इन जिलों के अनेक जग पर भी हल्की और मध्यम अंतर की बारिश हुई तो हवा की गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहा. एक दो जगहों पर झोंके के साथ 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चली.बीते सोमवार को राज्य के उत्तरी भाग में टेंपेरेचर वृद्धि न हीं हुई तो दक्षिणी भागों में ज्यादा गर्मी के साथ टेंपेरेचर भी सामान्य रहा, लेकिन हवा की गति नगण्य रही, जिसके कारण दक्षिणी भाग के लोग गर्मी से परेशान रहे. सोमवार को छह जिलों में 40 डिग्री से ऊपर टेंपेरेचर दर्ज किया गया. इनमें सबसे अधिक ज्यादा गया में 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि दूसरे नंबर पर औरंगाबाद में 40.7 डिग्री टेंपेरेचर रहा.सिवान के जीरादेई में 40.2 और मोतिहारी, शेखपुरा और नालंदा में 40 डिग्री सेल्सियस टेेंपेरेचर दर्ज किया गया. सबसे कम टेंपेरेचर किशनगंज में 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. उत्तर बिहार के ज्यादातर जिलों में औषतन 34 से 36 डिग्री सेल्सियस टेेंपेरेचर रहा, जबकि दक्षिणी भाग में 38 से 40 डिग्री के बीच टेेंपेरेचर दर्ज किया गया . मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र दक्षिणी बांग्लादेश एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल 0.9 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है. जिसके असर से राज्य के उत्तरी भागों के कई जिलों में बारिश का आकलन है, जबकि दक्षिणी भाग में बारिश की कोई अनुमाान नहीं रहेगी.