जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा ''प्रधानमंत्री ने भारत को अपमानित किया है.
वीर सावरकर के जन्मदिन के अवसर पर कार्य किया जा रहा है. लोकतंत्र के अधिनायकवाद की प्रारंभ है. ये बीजेपी का संसद है, वहां जो किया जा रहा है वह इतिहास को बदलने की प्रयास है.'' इन्होंने इल्जाम लगाया ''हिंदू मंदिर को तोड़ने का कार्य करते हैं. संविधान निर्माताओं का तिरस्कार करते हैं. ये यकीनन रूप से बीजेपी का संसद है.''वहीं जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोला था कि पीएम मोदी ने नए संसद भवन का स्वयं आरंभ करने का निर्णय लिया है, जिसके विरोध में 28 मई को 11 बजे से जेडीयू के नेता बाबा साहब की प्रतिमा के सामने अनशन करेंगे. उन्होंने बोला कि नए संसद भवन के आरंभ में राष्ट्रपति को नहीं बुलाना दलित और महिला तिरस्कार है. जेडीयू दलित आदिवासी महिला का तिरस्कार नहीं सहेगा.