सीएम नीतीश को बताया है कि नए संसद भवन की आवश्यकता क्यों पड़ गई? निखिल आनंद ने शनिवार को बोला कि सीएम नीतीश ने नए संसद भवन पर प्रश्न उठाया लेकिन बिहार में पुराने विधायक फ्लैट और पुलिस मुख्यालय को तोड़कर नया बनवाया गया. विधानसभा एनेक्सी और पुराना म्यूजियम रहते हुए नया म्यूजियम बनवाया गया. इन्होंने इल्जाम लगाया कि ये सारे निर्माण दोयम दर्जे के हैं और अव्वल दर्जे के दलाली- कमीशन खोरी आधारित ठेका आवंटन का उदाहरण है.निखिल आनंद ने बोला कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार जब बोलते हैं कि नए संसद भवन की क्या आवश्यकता थी. पुराने संसद भवन को ही थोड़ा इधर-उधर करके तोड़ फोड़ कर कुछ नया निर्माण कर कार्य चलाया जा सकता था तो इस पर हंसी आती है. इन्होंने बोला कि नए संसद भवन का निर्माण भविष्य की आवश्यकता के लिए अत्यंत सही है और उसकी आवश्यकता है इस बात को आप नहीं समझते. नए संसद भवन के महत्व, उसके एतिहासिक संदर्भ और जिस तरीके से वहां ऐतिहासिक संगोल रखा गया है. उसे थोड़ा एप्रीशिएट तो कर लेते.इन्होंने पूछा कि पुराने एमएलए फ्लैट्स, एमएलसी फ्लैट्स को तोड़कर नया बनाने की क्या आवश्यकता थी. पुराना पुलिस मुख्यालय तोड़कर नया बनवाया.
पुराना म्यूजियम रहते नया म्यूजियम बनवाने की क्या आवश्यकता थी.
निखिल आनंद ने बोला कि आपने जो निर्माण कराया वो दोयम दर्जे का निर्माण है. आपके कराए गए निर्माण में पानी छत से टपकता है. आपने विधानसभा के एनेक्सी का आरंभ किया वहां भी पानी टपकता है और ये दोयम दर्जे का निर्माण कराकर आप बिहार में वाहवाही लूट रहे हैं.
निखिल आनंद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए बोला कि भविष्य की आवश्यकता के लिए नया संसद भवन बना है, तो प्रतिष्ठा का सवाल बना रहे हैं. इन्होंने बोला कि यह भारत के संसद का तिरस्कार है. सदन का तिरस्कार है. हमारी लोकतांत्रिक संस्कृति और परंपरा का तिरस्कार है और पीएम मोदी का विरोध करने के लिए आप सभी भारत के लोकतंत्र का तिरस्कार कर रहे हैं.