अब जेडीयू का भी मतभेद दिखने लगा है.
अशोक चौधरी ने खुलकर ये सब कुछ नहीं कहा लेकिन आसाराम का नाम लेते हुए इन्होंने बड़ी बात कह दी है. और वहीं दूसरी ओर जातीय जनगणना पर अशोक चौधरी ने कहा कि कोर्ट की ओर से अभी अंतरिम रोक लगाई गई है, पूरी तरह से इसमें रोक नहीं है. हमारे नेता को ज्ञानवान जैल सिंह ने उनको बुलाकर यह बात कही थी कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, लेकिन उस वक्त संभव नहीं था. उसके बाद से ही प्रयत्न में थे. सभी नेताओं से बात की. प्रधानमंत्री से भी अनुरोध किया था, लेकिन बीजेपी की नीयत उस वक्त भी साफ नहीं थी और अब भी साफ नहीं है. अभी भी उनके बयान से झलक रहा है. अशोक चौधरी ने कहा कि जो बड़ी आबादी इस देश में रहती है, आर्थिक रूप से जो पिछड़ गए हैं, बंटवारे से आर्थिक स्थिति बुरी हो गई है, इनके लिए जनगणना जरूरी है. उसको देखते हुए सरकार ने काम शुरू किया था. राज्य की एक बड़ी आबादी जातीय गणना के पक्ष में है. इससे बीजेपी चिंतित है. इन्होंने बोला कि हम लोग पूरी स्थिर के साथ हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे. जो षड्यंत्र कर रहे हैं उनकी षड्यंत्र असफल होगी.