रोगी के साथ-साथ इनके परिवारों काफी ज्यादा परेशान रहे.
बताते चलें कि एक ओर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का दावा कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर नवादा के सदर अस्पताल को लेकर इनके दावे खोखले सिद्ध हो रहे हैं. अस्पताल कर्मियों से मिली सूचना के अनुकूल शुक्रवार को अस्पताल में दिन से ही बिजली की मरम्मत का काम चल रहा था. प्रसूता वार्ड की ओर जेनरेटर और बिजली का बोर्ड लगाने का काम किया गया.जिसके वजह यह दिक्कत हुई है. उधर, बिजली नहीं रहने की वजह से अस्पताल परिसर अंधेरे में डूबा रहा. जिससे रोगी के साथ साथ उनके साथ आए हुए स्वजनों को भी काफी ज्यादा दिक्कत हुई. काफी ज्यादा लंबे वक्त तक बिजली नहीं रहने की कारण से चिकित्सकों के साथ साथ अन्य कर्मियों को भी काफी ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा.
एक घंटे के बाद बिजली आपूर्ति आने के बाद सदर अस्पताल में लोगों को राहत मिली है. इस पूरे घटना पर उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार ने बताया है कि अचानक जनरेटर खराब हो गया था दूसरे स्थान से जनरेटर मंगवा लिया गया है. और पहले तो ऐसी कोई सूचना हम लोगों को नहीं थी.