आरसीपी सिंह ने बोला कि आज पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार चल रही है.
पहले क्या होता था, भवन की आधारशिला रखने के बाद वर्षों लग जाते थे बनने में, ये तो बहुत ही सुखद है कि पीएम मोदी ने उसकी आधारशिला भी रखी और अब इसका आरंभ भी हो रहा है. हम तो सब लोगों से निवेदन करेंगे कि छोटी चीजों में मत रहिए. इसमें अगर पड़िएगा तो उसका मतलब तो ये है कि यहां (बिहार) जो किए हैं वो भी गलत था.एक प्रश्न पर कि जेडीयू का बोलना है कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा किया जाना चाहिए. इस पर आरसीपी सिंह ने बोल कि तो फिर बिहार में राज्यपाल को क्यों नहीं बुलाए थे? सब लोग बड़ी भारी बात करते हैं. देश में लोकतंत्र है. विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका है.आरसीपी सिंह ने बोला- "भारत के संविधान का बड़ा ये लोग जिक्र करते हैं तो आप देखिए कि राज्य में जो संविधान का आर्टिकल 154 है, सारा कार्यपालिका का अधिकार राज्यपाल को मिला है, लेकिन राज्यपाल के आदेश पर और इनके द्वारा जो भी नियुक्त किए गए पदाधिकारी होते हैं वो कार्यों का संपादन करते हैं. अब नीतीश कुमार सब जगह जाकर उद्घाटन करते हैं तो किसके बदले में करते हैं? और बता दें कि नीतीश कुमार जो केंद्र की बात कर रहे हैं तो अपने यहां क्यों नहीं लागू करते हैं."