जो भले ही देश को गाली दे नमाज के बाद. वो वोटबैंक हैं.''
गिरिराज सिंह ने कहा कि बागेश्वर शास्त्री को गांधी मैदान में प्रोग्राम की इजाजत नहीं दी गई ताकि उनका जो मुहिम है सनातन को जगाने का, वह मुहिम फेल कर जाए लेकिन गांव की कहावत है कि कसाई के शराप से गाय नहीं मरती.इन्होंने कहा कि आप देख रहे होंगे कि लोगों में काफी ज्यादा उमंग है. सनातन को जागृत होने से कोई रोक नहीं सकता. गिरिराज सिंह ने पूछा कि क्या वे पाकिस्तान जाकर सनातन का प्रचार कर रहे हैं कि उनको इजाजत चाहिए, अगर भारत के अंदर भी कोई धमकी देता है तो वे कहां जाएं. उन्होंने कहा कि मैं देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि वे प्रचार के लिए कहां जाएं क्या मक्का मदीना जाएं क्या पाकिस्तान जाएं या बांग्लादेश जाएं. इन्होंने कहा कि मैं चुनौती देने वालों को भी कहना चाहता हूं आज नहीं तो कल तुम्हारी बारी भी आएगी ही.