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इस बार गर्मी की छुट्टियों में लगेगा समर कैंप,और मस्ती के साथ होगी पढ़ाई भी, जानें नई पहल की बड़ी कारण

संवाद 


गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग करने के लिए बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने समर कैंप लगाने का न्याय लिया है. शिक्षा विभाग की यह नई पहल है. उसके तहत गर्मी की छुट्टी के वक्त बच्चों को डेढ़ घंटे तक पढ़ना होगा. इस वक्त खेल-खेल में पढ़ाई भी होगी. शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने बताया कि कक्षा 6- 7 तक की शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार के लिए समर कैंप का बंदोबस्त इस बार से किया जा रहा है.इससे पहले 2008 में भी इस तरह की पहल की गई थी, लेकिन इसके बाद वह आगे नहीं बढ़ पाया. इस बार पूरे बिहार में समर कैंप होगा. इन्होंने बताया कि इसके लिए एक सौ से ज्यादा वॉलिंटियर इंतजाम किए जा रहे हैं जो बच्चों को पढ़ाएंगे और खेल भी कराएंगे.सचिव दीपक कुमार ने बताया कि कक्षा 6- 7 में हिंदी भाषा और गणित में जो बच्चे कमजोर हैं इनके लिए समर कैंप का बंदोबस्त किया जा रहा है. कोई भी बच्चा कहीं भी किसी भी कैंप में जा सकता है. अगर कोई बच्चा छुट्टी के वक्त बिहार में अपने रिश्तेदारों के यहां गया हुआ है और वहां समर कैंप लगा है तो वह वहां भी पढ़ाई कर सकता है. यह कैंप स्कूल में नहीं होगा. वॉलिंटियर अपने हिसाब से स्थान का चयन करेंगे यह इन पर छोड़ दिया गया है.इस समर कैंप में बच्चों को खेल भी कराया जाएगा और घंटे भर तक पढ़ाई करवाई जाएगी. 

एक वॉलिंटियर पर अधिकतम 15 बच्चों की उतरदायित्व दी जाएगी. 

इस कैंप से बच्चों की भाषा और गणित पर खास ध्यान दिया जाएगा. इससे बच्चे आगे के क्लास में सही हो सकते हैं. इन्होंने बताया कि हम लोग इसका चयन कर रहे हैं कि कौन सा बच्चा गणित और भाषा में कमजोर है. चयन होने के बाद उन बच्चों को समर कैंप भेजा जाएगा. दीपक कुमार ने बताया कि समर कैंप के लिए कोई अतिरिक्त राशि खर्च नहीं की गई है. वॉलिंटियर अपनी स्वेच्छा से फ्री में समर कैंप में सेवा देंगे. दीपक कुमार ने बोला कि यह पहल यकीनन तौर पर बच्चों को शिक्षा में दृढ़ करेगा.सचिव दीपक कुमार ने शिक्षकों की कमियों को लेकर बोला कि कक्षा 6 से लेकर 8 तक सीधी भर्ती पिछले 15 वर्ष से हो रही है अब जो जगह खाली है वह प्रमोशन का है, क्योंकि अभी कई वर्षों से प्रमोशन शिक्षकों का रुका हुआ है, लेकिन प्रमोशन तो देना अनिवार्य है. जो शिक्षक कक्षा चार- पांच को पढ़ा रहे हैं उन्हें प्रमोशन देकर 6-7 में दिया जाना है. हम लोग इस पर विचार कर रहे हैं और जल्द ही इन्हें कक्षा 6 और 7 एवं 8 तक के लिए प्रमोट किया जाएगा. इन्होंने बोला कि इसमें नियोजित शिक्षक भी हैं. इन्होंने बताया कि हम लोग इस पर भी विचार कर रहे हैं कि जो नियोजित शिक्षक हैं इनको किस तरह से इम्ततिहान लेकर राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाए.


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