उनके पास रहने के लिए एक कच्चा मकान था.
घर बारिशों के दिनों में टपकता था. धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी बताया है कि वह अपने दादा जी को ही गुरु मानते हैं. नौ साल की आयु से दादा जी के साथ मंदिर जाने लगे थे. उनसे ही उन्होंने रामकथा कहना सीखा है.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पढ़ाई को लेकर अपने-अपने तर्क हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो धीरेंद्र कृष्ण ने हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी की पढ़ाई गंज गांव से की है. इसके बाद उन्होंने बीए की डिग्री ली. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सिर्फ आठवीं तक ही पढ़े हैं. एक इंटरव्यू में धीरेंद्र शास्त्री खुद भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि वे बीए कर चुके हैं. वहीं, आगे यह भी कहा कि उन्होंने ठीक से पढ़ाई नहीं की है, इसलिए वे इस पढ़ाई को नहीं मानते.एक रिपोर्ट के अनुरूप उनकी हर महीने की कमाई 3.5 लाख रुपये है. वहीं एक टीवी चैनल ने इंटरव्यू में प्रश्न किया कि आपकी कमाई कितनी है तो इस पर बाबा ने यह उतर दिया था कि उनकी कोई फिक्स कमाई नहीं है. क्योंकि उनकी संस्था कोई कंपनी या बिजनेस नहीं है. उनके पास करोड़ों सनातनियों का प्यार है. कोई कुछ दे जाता है और कोई कुछ चढ़ा जाता है. हंसते हुए आगे कहा था कि जितने सनातनी उतनी कमाई. इससे अनुमान लगा लिजिए.