चिकित्सकों ने इलाज के बाद सारे बच्चों को खतरे से बाहर बताया है.
विद्यालय के प्रधान प्रकाश चंद्र विश्वास ने बताया कि एनजीओ के माध्यम से मिड डे मील का खाना आया था. बच्चों को लाइन में बैठाकर खाना खिलाया जा रहा था कि इसी वक्त एक बाक्स में भोजन के साथ सांप निकला. सभी देखकर डर गए. आनन फानन में जिन बच्चों के थाली में भोजन परोसा गया था. सारे बच्चों को अस्पताल भेज गया. भोजन में सांप निकलने की जानकारी गांव वालों को मिली तो हंगामा मच गया. बड़ी संख्या में निरंतर के ग्रामीण स्कूल आए वहीं बच्चे डरे और सहमे हुए थे. बताया जाता है कि करीब एक सौ बच्चों ने खाना खाया था और वे सभी बीमार हो गए. गांव वालों का कहना था कि इस तरह की लापरवाही जानलेवा है. वहां उपस्थित लोगों ने कसूरवारो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. डीईओ राजकुमार ने बताया कि एमडीएम भोजन में सांप मिलने की बात बहुत हैरान करने वाली है. जिले से एक टीम जांच-पड़ताल के लिए भेजी गई है. जांच-पड़ताल के बाद जो भी दोषी होंगे उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल चल रही है. एक एनजीओ के माध्यम अररिया व फारबिसगंज अनुमंडल के स्कूलों में एमडीएम भेजा जाता है. लेकिन दो किचेन हैं. अररिया के स्कूलों के लिए अररिया में और फारबिसगंज अनुमंडल के स्कूलों में फारबिसगंज में ही भोजन तैयार किया जाता है.
फारबिसगंज एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला ने बताया करीब 60-70 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं. सभी का इलाज चल रहा है. डाक्टरों के अनुकूल सभी बच्चे अब खतरे से बाहर हैं. जांच-पड़ताल चल रही है. कसूरवारो को बख्शा नहीं जाएगा.