सियासत में अब उनकी पहुंच खत्म हो चुकी है.
2024 लोकसभा चुनाव तक सियासत पहुंच बनाना चाहते हैं, जिससे इनको मतदान मिले.अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि नीतीश कुमार जनता को सिर्फ अपना मुखड़ा दिखाने के लिए विपक्षी एकत्व के लिए पहल कर रहे हैं, वे अपने आप को पीएम मैटेरियल बताने के लिए ये सब कर रहे हैं. बुधवार को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से मिलने गए थे लेकिन कोई सियासत वार्तालाप नहीं हुई. जनता को नीतीश कुमार धोका देने का काम कर रहे हैं. पीएम मैटेरियल क्या, अब तो नीतीश कुमार को वनवास जाना ही होगा.
बता दें कि विपक्षी एकत्व को एकजुट लिए सीएम नीतीश कुमार दिन रात एक साथ करने में जुटे हैं. नीतीश कुमार अब तक कई राज्यों का दौरा कर चुके हैं और कई राज्यों का करना अभी बाकी है. कुछ दिनों पूर्व ही नीतीश कुमार ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी भेंट की थी. उसी दिन नीतीश कुमार ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी भेंट की थी. इसके पूर्व दिल्ली में मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से नीतीश मिले थे. वहां के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी नीतीश कुमार ने भेंट की थी. वहीं, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और झारखंड सीएम हेमंत सोरेन से भी नीतीश कुमार भेंट करचुके हैं. आज शिवसेना यूबीटी प्रमुख एवं महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से मिलाफ की. अब देखना ये होगा कि नीतीश कुमार मिशन 2024 पर कितने कामयाब हो पाएंगे.