नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने मंगलवार को बोला कि महागठबंधन के नेताओं ने बिहार को सिद्धांत विहीन सियासत और भ्रष्टाचारियों के मिलन का अखाड़ा बना दिया है. महागठबंधन के नेताओं ने आपसी सहमति से अवसरवाद को अंगीकार कर लोहिया (Lohia) और जयप्रकाश (Jai Prakash) के कसौटी के विपरीत सत्ता हासिल करने के जुगाड़ में लग गए हैं. जनादेश का तिरस्कृत कर गुनाह और भ्रष्टाचार के पोषकों के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं. अराजकता चरम पर है. देश की गद्दी के फिराक में इनका बिहार की गद्दी भी जाना तय है.विजय कुमार सिन्हा ने बोला कि देश के लोग देख रहे हैं कि जिस कांग्रेस के खिलाफ महागठबंधन के नेताओं का राजनीतिक जन्म और विकास हुआ, आज उसी के गोद में सत्ता की लालच में ये लोग बैठ गए हैं. कांग्रेस की कारण से देश को आपातकाल देखना पड़ा, अब उन्होंने बिहार में आपातकाल जैसी स्थिति कर दी है.
लोकतंत्र की धरती बिहार में ही ये लोग लोकतंत्र का तिरस्कृत कर रहे हैं.
माननीय न्यायालय के इजाजत की भी अवहेलना कर रहे हैं, जिसके वजह से जिलाधिकारी और वरीय अफसरों पर न्यायालय द्वारा जुर्माना लगाया जा रहा है.नेता प्रतिपक्ष ने बोला कि राज्य में बेरोजगार युवाओं के लिए महागठबंधन सरकार के पास कोई रोड मैप नहीं है. यदि निवेशकों को राज्य में लाने का माहौल बनाते तो युवाओं का कल्याण होता, लेकिन इनको बेरोजगार युवाओं की कोई फिक्र नहीं है. बिहार को कुरुक्षेत्र जैसा बनाकर ये लोग सत्यानाश कर रहे हैं. लोगों ने देखा है कि जातीय उन्माद और भेदभाव पैदा करने में ये लोग कितने कुशल हैं. महागठबंधन के नेताओं को अब बिहार का विकास प्रथमिकता में नहीं है. राज्य की जनता मजबूर होकर उनके खेल को देख रही है और वक्त आने पर उन्हें सबक सिखाएगी.