मणिपुर में फंसे बिहारी छात्रों को सही सलामत बिहार वापस लाने की समुचित इंतजाम की जाए.
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मणिपुर में हो रही हिंसा के मद्देनजर वहां रहने वाले बिहार के लोगों की सुरक्षा को लेकर परवाह जताई है. मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को मणिपुर के मुख्य सचिव से वार्ता कर वहां रह रहे बिहार के लोगों की मुनासिब हिफाजत सुनिश्चित कराने हेतु अनुदेश दिया था.बता दें कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समूह द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के मतभेद में ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर’ की ओर से बीते सप्ताह बुधवार को संचालित ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के वक्त चुराचांदपुर जिले के तोरबंग क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी. नगा और कुकी सहित अन्य आदिवासी समूह की तरफ से इस मार्च का बंदोबस्त मणिपुर उच्च न्यायालय द्वारा पिछले महीने राज्य सरकार को मेइती समूह की एसटी दर्जे की मांग पर चार सप्ताह के अंदर केंद्र को एक सिफारिश भेजने का अनुदेश देने के बाद किया गया था.मणिपुर में पिछले सप्ताह आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समूह के लोगों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, और जिसमें कम से कम 54 लोग मृत्यु हुई हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं.