इस निर्देश के लिए पूरी तरह से जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ सीएम नीतीश कुमार हैं.
और सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार नहीं चाहते हैं कि बिहार में जातिगत गणना हो. नीतीश कुमार की सरकार पूरी तरह से फेल है. सरकार अपने न्याय को कोर्ट में प्रमाणित नहीं कर पा रही है. नीतीश कुमार की पलटी मारने की पुराना स्वभाव है. ऐसी सरकार को त्यागपत्र दे देना चाहिए. पटना हाई कोर्ट से प्रतिरोध लगाने के 100 प्रतिशत जिम्मेदार सीएम नीतीश कुमार हैं.जातीगत गणना पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि जातिगत गणना के लिए हमलोगों ने सहायता दिया था. कैबिनेट में जेडीयू के 12 मंत्री थे और बीजेपी के 16 मंत्री थे. दो-दो डिप्टी सीएम थे. हमने इनके आग्रह को माना समझा. नीतीश कुमार कह रहे हैं कि हमने ही सबकुछ किया. वहीं, नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए इन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व वो कह रहे थे कि देश के वो गृह मंत्री थे, जीवन में कभी गृह मंत्री नहीं थे. उनकी जब जन्म नहीं हुई थी तब बिहार शरीफ का नाम बिहार शरीफ ही था. मेमोरी लॉस मुख्यमंत्री हैं. और वहीं, सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी पर सीएम नीतीश कुमार के दिए गए वर्णन पर सम्राट चौधरी ने पलटवार किया. इन्होंने कहा कि मेरे पिता जब फौज में थे तो उस समय नीतीश कुमार हॉफ पैंट पहनते थे, और बता दें कि उस समय मेरे पिताजी देश के लिए लड़ रहे थे. नीतीश कुमार को ये सब कुछ याद नहीं रहता है. यह बिहार का अभाग्य है.