जेडीयू के प्रदेश महासचिव संजय चौहान को शराब के नशे में गिरफ्तार किए जाने के बाद बिहार के खनन और भूतत्व विभाग के पूर्व मंत्री जनक राम ने बिहार सरकार पर ताना कसते हुए जेडीयू पर निशाना साधा है. उतना ही नहीं इन्होंने राज्य में शराब बंदी को पूरी तरह नाकाम बताते हुए राज्य के सीएम नीतीश कुमार से त्यागपत्र की मांग की है. पूर्व मंत्री जनक राम ने बोला कि जेडीयू और आरजेडी के नेताओं का डीएनए टेस्ट करा लिया जाए तो साफ हो जाएगा कि कौन लोग शराब पी रहे हैं. पूर्व मंत्री जनक राम ने बिहार सरकार पर ताना कसते हुए बोला कि कौन लोग शराब बेच रहे हैं और बेचवा रहे हैं यह सरकार को पता है. इन्होंने बोला कि चाचा-भतीजा वाली बिहार की सरकार में शराबबंदी पूर्णत: निष्फल है.
बिहार सरकार शराब बंदी का ढोंग कर रही है.
जनक राम ने बोला कि 24 मई को पुलिस ने शराबबंदी कानून के तहत जेडीयू के प्रदेश महासचिव संजय चौहान को गिरफ्तार किया.जनक राम ने बोला 'जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष समेत पूरी टीम उन्हें 20 मई को निलंबित कर देती है.' इस पर पूर्व मंत्री ने प्रश्न उठाते हुए बोला कि इस तरह के आनन-फानन में जेडीयू के लोगों ने क्यों कदम उठाए. पूर्व मंत्री जनक राम ने बोला कि शराब के नशे में जेडीयू के प्रदेश सचिव के गिरफ्तार होने के बाद मुख्यमंत्री को पद से त्यागपत्र देने देना चाहिए. मुख्यमंत्री की पार्टी के ही बड़े नेता शराब के नशे में रहते हैं. ऐसे में इन्होंने सीएम नीतीश कुमार को घेरते हुए उनसे त्यागपत्र की मांग की है.