यह भी कहा था कि शर्तों के साथ राजनीति करने के लिए कहा जाता है.
जेडीयू में महिलाओं का मान-सम्मान, आत्मसम्मान सही सलामत नहीं है इसलिए वह पार्टी में नहीं रह सकती हैं.सुहेली मेहता ने यह भी कहा था कि शराब माफिया को सरकार का संरक्षण मिलता है. गरीबों को शराबबंदी कानून के तहत जेल भेजा जा रहा है. गरीबों का शोषण किया जा रहा है. जिस जंगलराज के विरुद्ध में नीतीश लड़ाई लड़े वो आज सरकार बनाने के लिए उसी आरजेडी के साथ जाकर मिल गए. जनता की उम्मीदों पर नीतीश कुमार खरे नहीं उतरे. कर्मचारियों में नाराजगी है.वहीं दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह भी दिल्ली में करीब 1:30 बजे बीजेपी में सम्मिलित होंगे. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं. जेडीयू में नीतीश के बाद वह नंबर दो थे. कुर्मी समाज से हैं. नीतीश के गृह जिले नालंदा से आते हैं. इसके पहले उपेंद्र कुशवाहा भी जेडीयू छोड़ अपनी पार्टी आरएलजेडी (RLJD) बना चुके हैं. जल्द एनडीए में आ सकते हैं. अमित शाह से मिल चुके हैं.बता दें कि सम्राट चौधरी भी बीजेपी से पहले जेडीयू में ही थे. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष बन गए हैं. वह भी कुशवाहा समाज से आते हैं. नीतीश लव-कुश (कुर्मी-कुशवाहा) फॉर्मूले के मदद से सियासत करते हैं. और उसी में बीजेपी सेंध मारी करने की प्रयत्न में है.