अब प्रशांत किशोर के उद्देश्य में जुड़ कर समाजसेवा करना चाहते हैं.
इससे पहले दो मई को छह रिटायर्ड आईएएस अफसर जन सुराज उदेश्य से जुड़े थे. ये सभी बिहार लोक सेवा नियुक्ति से चयनित थे जो बाद में प्रमोशन होकर आईएएस अफसर बने थे.छह रिटायर्ड अफसरों में जिलाधिकारी, विभाग के सचिव एवं कैबिनेट स्तर के अफसर भी सम्मिलित है. प्रशांत किशोर के साथ अभी तक तीन विधान पार्षद भी जुड़ चुके हैं. 27 अप्रैल को एक निर्दलीय विधान पार्षद प्रशांत किशोर से जुड़े थे. उससे पहले सच्चिदानंद राय भी प्रशांत किशोर के साथ शुरू दौर से ही सम्मिलित हैं. सारण के शिक्षक निर्वाचन क इलाका से जनसुराज संघर्ष से सहायता लेकर अफाक अहमद भी चुनाव जीतकर विधान पार्षद बन चुके हैं.पीके की टीम से आईएएस, आईपीएस और विधान पार्षद के मेंबर ग्रहण करने की खबरें लगातार आ रही हैं, लेकिन प्रशांत किशोर कई बार यह बोल चुके हैं कि यह एक औपचारिक मात्र है. जनसुराज कार्रवाई से बहुत पूर्व से कई आईएएस अधिकारी, आईपीएस अफसर , डॉक्टर, इंजीनियर और कई तरह के प्रबुद्ध लोग काम कर रहे हैं. और इसमें बहुत जल्द कई डॉक्टर, इंजीनियर भी जनसुराज से जुड़ेंगे.