बिहार जैसे राज्य में जहां युवा काम नहीं मिलने के कारण पलायन करने पर मजबूर हैं.
इन्होंने कहा कि नोटबंदी में सियासत करने के बजाय कैसे हर हाथ को रोजगार मिले इस पर ध्यान देना चाहिए. इस वक्त चिराग पासवान ने नीतीश-तेजस्वी के सरकार पर खूब जमकर हमला बोला है. इन्होंने बोला कि जो जंगलराज का विकल्प बनाकर आए थे आज उन्हीं के राज में महा जंगल राज कायम हो गया है. बिहार में आज की डेट में हर दिन कत्ल हो रही हैं लोग अपने घर से निकलने में दस बार सोच रहे हैं कि सुबह में निकले तो शाम को घर आ पाएंगे या नहीं. ये डर-भय हर बिहारियों के मन में है, जहां अपराध चरम सीमा पार कर गया है.इन्होंने इल्जाम लगाया कि बिहार के किसी गांव में कोई भी सरकारी काम बिना घूस दिए नहीं हो रहा है. सरकार नहीं चाहती ज्वलंत विषयों को उठाए या उसपर कोई जिक्र हो. इन्होंने बोला कि ध्यान भटकाने को लेकर रह-रहकर कभी रामचरित मानस को लेकर तमाम तरीके विवादस्पद बयान इसलिए दिए जाते हैं ताकि काम की बातों को छुपाया जा सके. चिराग पासवान ने बोला कि विपक्ष अपनी महत्वाकांक्षा को लेकर कभी भी एकत्व नहीं हो पाएंगे. एकत्व होने के लिए विपक्ष के दलों के नेताओं को अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाओं को त्यागना पड़ेगा. विपक्षी दल के नेता मंच पर पिक्चर खिंचवाने के लिए एक दूसरे का हाथ पकड़ लेते हैं. जब-जब विपक्षी दल के नेता विपक्षी एकता को दिखाने के लिए फोटो खिंचवाते हैं तो एक मंच ही पर एक दर्जन से अधिक ज्यादा प्रधानमंत्री पद के दावेदार दिखते हैं. हर किसी के मन में यही चलता है कि कैसे बगल वालों को काटे, कैसे बाएं-दाएं वालों को काटे और खुद प्रधानमंत्री पद के दावेदार बन जाएं.इस वक्त चिराग पासवान ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा आक्रमण बोला है. इन्होंने कहा ''हमारे मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री बनने की इच्छा में दर-दर भटक रहे हैं. इसी मंशा से दरवाजे-दरवाजे जाकर प्रधानमंत्री पद के लिए निवेदन पत्र लगा रहे हैं. जिस मुख्यमंत्री को आज की डेट में बिहार में होना चाहिए था. बिहार में हो रही हत्याओं के पीड़ित परिवारों से मिलना चाहिए. जहरीली शराब से हो रही मृत्यु में इनके पीड़ित परिवार से मिलना चाहिए वो मुख्यमंत्री दरवाजे-दरवाजे जा रहे हैं, ताकि इनको देश का प्रधानमंत्री पद का दावेदार बना दिया जाए. इसी लालसा में तमाम विपक्षी दल लगे हुए हैं.'' और इन्होंने बोला कि आज तक ऐसा हुआ नहीं जो विपक्ष एकत्व हो जाए, ये सिर्फ भ्रम ही है मात्र.