लेकिन इस पोस्टर में नीतीश कुमार की तस्वीर काफी ज्यादा अहम है.
जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि यह कार्यकर्ताओं का उमंग है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी प्रधानमंत्री पद के हकदार होने की बात नहीं की है. वह सभी विपक्षी नेताओं को एकत्रित करने में लगे हुए हैं. बता दें कि इससे पूर्व कई बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का हकदार बनाया गया है. जब अगस्त 2022 में जेडीयू बीजेपी से अलग होकर नीतीश कुमार महागठबंधन में आए थे तो एक महीने बाद जेडीयू दफ्तर में 7 बड़े पोस्टर लगाए गए थे जिसमें लिखा गया था बिहार ने देखा है अब देश देखेगा, ऐसे कई स्लोगन दिए गए थे.
लेकिन उस समय भी नीतीश कुमार ने कहा था कि कार्यकर्ताओं ने लगाया है ,पार्टी की तरफ से नहीं लगाया गया है. नीतीश कुमार को लेकर जेडीयू कार्यकर्ता कई बार जिक्रबाजी भी कर चुके हैं. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान भी बोल चुके हैं कि देश में प्रधानमंत्री पद के लायक नीतीश कुमार ही हैं.पोस्टर के जरिए कई बार नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का हकदार बनाया गया है लेकिन नीतीश कुमार ने हर बार खारिज कर दिया और कहा कि मुझे बीजेपी को परास्त करना है और सारे विपक्षी को एकत्रित करना है मुझे प्रधानमंत्री बनने का कोई इच्छा नहीं है. लेकिन कहीं ना कहीं कार्यकर्ताओं के जरिये लगाया गया यह पोस्टर कुछ और ही बयान कर रही है.