यह संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है.
विपक्ष अभी भी नौकर भारत की जकड़ से नहीं निकल पा रहा है. ये लोग अति पिछड़ा समाज के बेटे को प्रधानमंत्री के रूप में मंजूर नहीं कर पा रहे हैं. वक्त के साथ बदलाव और प्रगति देश की आवश्यकता है. ये लोग उसमें बाधा उत्पन्न करने का एक भी मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं.विजय सिन्हा ने बोला कि प्रधानमंत्री को बेइज्जत करने का इनका एजेंडा इस तरह है कि ये लोग अपने देश दुश्मनों ताकतों से सहायता लेने में भी नहीं चूक रहे हैं. राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री सबकी अपनी जिम्मेदारी है. उनके नाम पर विपक्ष के लोग सियासत और नाटक करना बंद करें. 21वीं सदी के भारत के इस क्षण का साक्षी बनना चाहिए. राष्ट्र प्रथम का भाव मन में रखना चाहिए.संसद भवन के होने वाले आरंभ को लेकर बिहार में जेडीयू और आरजेडी ने मतभेद जताया है. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बोला कि प्रधानमंत्री के द्वारा किए जाने वाले संसद भवन के उद्घाटन का आरजेडी बायकॉट करेगी. उसका हम सभी विपक्ष के लोग मतभेद कर रहे हैं. उसका उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बोला है कि संसद भवन के उद्घाटन के नाम पर पुरखों का तिरस्कृत किया जा रहा है. जेडीयू उसमें भाग नहीं लेगी.