चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी आरजेडी पर आक्रमण बोला है. इन्होंने बोला कि आज लोकसभा के 543 सांसदों में से आरजेडी के जीरो सांसद हैं. बिहार में लोगों को लगता होगा कि आरजेडी बहुत बड़ा दल है, लेकिन चुनाव की समझना मूझे भी है. पिछले 10 वर्षों में हमने भी यही कार्य किया है. प्रशांत किशोर ने बोला कि पिछले विधानसभा में कुछ परिस्थितियां बन गई जिसके चलते उनके 20-30 विधायक ज्यादा जीत गए. इन्होंने ताना कसते हुए बोला- ''अगर कोई अपने घर के बाहर प्रधानमंत्री की कुर्सी और उनका पोस्टर लगा दे तो उसका क्या तात्पर्य है ? कल को अमेरिका के राष्ट्रपति की कुर्सी पर कोई किसी बैठा दें तो इसका तात्पर्य ये नहीं है कि आप अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे.'' इन्होंने बोला कि आज आरजेडी का खुद का ठिकाना नहीं है और वो देश का प्रधानमंत्री कैसे बनाएंगे?
आरजेडी की राजनीतिक ताकत बस इतनी सी है कि वो अपना एक सांसद आज बिहार में जिता नहीं पा रहे हैं.
तेजस्वी यादव को पता होना चाहिए कि देश की जनता मूर्ख नहीं है. आरजेडी जैसी पार्टी हर राज्य में है. आज बिहार में आरजेडी की कोई शक्ति नहीं है. बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बीते वर्ष 2 अक्टूबर से बिहार के भिन्न भिन्न जिलों में जन सुराज पदयात्रा कर रहे हैं.फिलहाल समस्तीपुर में स्वास्थ्य कारणों से उनकी पदयात्रा निलंबित है. बावजूद वह सियासत को लेकर निरंतर तीखे आक्रमण कर रहे हैं. बता दें कि वर्ष 2024 में देश में लोकसभा चुनाव होना है, इसे लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज है. प्रशांत किशोर भी बिहार की सत्तारूढ़ दल आरजेडी और जेडीयू के विरुद्ध जिक्रबाजी का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे.