सिर्फ नौ साल पहले सेवा में आए परिवहन सब-इंस्पेक्टर ने इतनी छोटी से अवधि में करोड़ों का काला धन अर्जित किया है। खबर लिखे जाने तक विकास कुमार के अलग-अलग स्थानों से चार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद की जा चुकी है। निगरानी हिफाजत टीम को इनके करी और भी संपत्ति होने का अआकलन है। छापामारी अभी तक जारी है।साल 2014 में सरकारी सेवा में आए किशनगंज परिवहन विभाग के प्रवर्तन अवर निरीक्षक विकास कुमार की काली कमाई की जानकारी निगरानी ब्यूरो को मिली थी।
साक्ष्य जुटाने व निगरानी कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद निगरानी ने इसके खिलाफ 1.35 करोड़ का आय से ज्यादा संपत्ति अर्जित करने का मामला किया।शुक्रवार को निगरानी की अलग-अलग टीमों ने विकास कुमार को किशनगंज के बड़हिया, किशनगंज एवं देवघर स्थित आवास पर एक साथ धावा बोला।निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुकूल , विकास कुमार देवघर में थ्री बीएचके के आलीशान घर में रहते हैं। यहां से खोजबीन के अनुसार में 550 ग्राम सोना, तीन संपत्ति से जुड़े दस्तावेज और छह बैंक पास बुक और छह एटीएम बरामद किए गए।
किशनगंज स्थित आवास से 80 हजार नकद के अलावा और एक पास बुक, एक एलआईसी की पॉलिसी तथा आठ एटीएम बरामद हुए।विकास कुमार के ठिकानों से जमीन में निवेश के दो 19 दस्तावेज बरामद हुए हैं, उनकी अनुमानित कीमत 2.15 करोड़ रुपये से भी अधिक ज्यादा है।
इन्होंने जमीन में सर्वाधिक निवेश पत्नी और मां के नाम पर किया हुआ है।
इनके नाम पर भी चार, मां के नाम पर 11 और पत्नी के नाम पर चार अचल संपत्ति है।निगरानी ब्यूरो के अलावे अलग-अलग बैंकों में विकास कुमार ने सात अलग-अलग बैंक खातों में 56.42 लाख रुपये जमा किए हैं। इसके अलावा इन्होंने अन्य वित्तीय संस्थानों में भी निवेश कर रखा है।
निगरानी की छापामारी अभी तक जारी है और इनके करीब पास से और काला धन बरामद होने की कल्पना जताई जा रही है।उधर, कार्रवाई की खबर से तहलका मच गया है। जैसे ही स्थानीय लोगों को कार्रवाई की जानकारी मिली, वो अवर निरीक्षण के घर के बाहर जमा हो गए।