संवाद
चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण अगले महीने की 13 तारीख को लगभग दोपहर ढाई बजे किया जायेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन- इसरो अपने महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-3 प्रक्षेपित करेगा। इस प्रक्षेपण का उद्देश्य चांद पर अंतरिक्ष यान उतारने से संबंधित प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करना है।
चंद्रयान-3 चंद्रयान-2 का फोलो ऑन मिशन है। इसका उद्देश्य चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग करने की आरंभ से अंत तक तकनीकी प्रक्रिया का प्रदर्शन करना है। चंद्रयान-3 में देशी लैंडर मॉडयूल, प्रोपल्शन मॉडयूल और एक रोवर है। यह दो ग्रहों के बीच के मिशनों के लिए आवश्यक नई तकनीक का प्रदर्शन करेगा। चद्रयान-3 का मुख्य उद्देश्य चांद की सतह पर सुरक्षित और निर्बाध लैंडिंग, रोवर का उतरना और वैज्ञानिक परीक्षणों का संचालन करना है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि चंद्रयान-3 ने आवश्यक जांच को सफलतापूर्वक पूरा किया है।