यह अब तक का सबसे यह बड़ा दुघर्टना है.
बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई हैं. इस मामले में लापरवाही तो हुई है. बार-बार रेलवे द्वारा दावा किया जा रहा था कि हिफाजत सबसे पहले है लेकिन इतने बड़े दुघर्टना होने के बाद भी अभी तक इसकी जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है. इस घटना को लेकर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए,जो लोग लापरवाही बरते हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.डिप्टी सीएम ने बोला कि ओडिशा रेल घटना में जल्द से जल्द जांच-पड़ताल होनी चाहिए. जांच-पड़ताल के लिए टीम का गठन होना चाहिए. इस मामले में बिहार के लोगों को लेकर हम लोगों की भी नजर है. इस विषय पर सीएम से कल ही बातचीत हुई थी. इस मामले को लेकर सारी सूचना ली जा रही है. सूचना लेने के बाद आगे का फैसला लिया जाएगा. आगे तेजस्वी यादव ने बोला कि रेलवे से जुड़ाव बिहार का हमेशा से रहा है लेकिन, अभी जिस तरह से रेवले को निजीकरण किया जा रहा है तो इस घटना में भी क्या कार्रवाई होगी? पता नहीं है. पहलवानों के मुद्दे पर भी अभी तक सरकार चुप्पी साधी हुई है. ओडिशा रेल मामले में पीएम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए. यह पूरी तरीके से पीएम और रेल मंत्री का असफलता है.