उससे एक दिन पहले मंगलवार को नीतीश कुमार द्वारा उन्हें मंत्री बनाए जाने को लेकर फैसला लिया गया था.
मंत्री बनने की जानकारी पर मंगलवार को वो भावविभोर हो गए और उनके आंखों से आंसू निकलने लगे. रत्नेश सदा ने इस खुशी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना कबीर दास से कर दी है.जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने अपने त्यागपत्र के बाद इसकी वजह पर बात करते हुए बताया था कि इन्होंने अपना त्यागपत्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेज दिया. इन्होंने बोला कि उनके त्यागपत्र देने की कारण यही है कि इनके पास विलय करने का प्रस्ताव आया था. इन्होंने बोला कि हमने इस बारे में अपने कार्यकर्ताओं, विधायकों से विचार-विमर्श किया तो इस पर किसी की सहमति नहीं मिली. संतोष मांझी ने बोला कि विलय का प्रस्ताव जेडीयू की ओर से आया था. इन्होंने बोला कि जेडीयू की भावनाओं का हम इज्जत करते हैं लेकिन हमारी पार्टी के गठन के पीछे भी कुछ मुद्दे हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए हमने संघर्ष का रास्ता चुना और विलय के प्रस्ताव को मना कर दिया.