ईद-अल-अजहा या बकरीद आज देश भर में मनाई जा रही है. इस मौके पर लोग सुबह से ही नमाज अदा कर एक-दूसरे को बधाई दे रहे है. ईद के बाद मुसलमानों के सबसे बड़े त्योहारों में से एक बकरीद है. मुसलमानों की मान्यता है कि अल्लाह ने हजरत इब्राहीम को अपनी सबसे कीमती चीज, अपने इकलौते बेटे हजरत इस्माईल को कुर्बान करने को कहा था. हजरत इब्राहीम ने अल्लाह के हुक्म पर अमल करना चाहा लेकिन अल्लाह ने उनके हाथों एक दुंबा कुर्बान करवा दिया और हजरत इस्माईल को बचा लिया. मुसलमान इसकी पैरवी करते हुए ईद-अल-अजहा में जानवरों की कुर्बानी देते हैं. कुर्बानी का गोश्त गरीबों और जरूरतमंदों में बांटा जाता है.