सीवान में रविवार को करीब 20-25 मरीज ऐसे आए जिनको हीट स्ट्रोक का खतरा था.
उनके शरीर का टेंपेरेचर 104.0 F से ज्यादा था. हुसैनगंज थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि कलामुद्दीन खान की शनिवार से ही तबीयत अच्छी नहीं थी. बाजार से उन्होंने दवा खरीदकर खाई थी. रविवार को सुबह से ही तबीयत खराब होने के वजह से वे अपने रूम में थे. दिन भर कमरे से बाहर नहीं आए. रात्रि में लगभग 10 बजे कुक खाना लेकर उनके कमरे में गया तो वो बेसुध पड़े थे. कुक ने उनका पैर पकड़कर हिलाया तो पता चला कि पैर बहुत गर्म है. उसके बाद उपचार के लिए भर्ती कराया गया था.
घटना के बाद फिलहाल पुलिस विभाग के द्वारा इसकी सूचना पीटीसी दारोगा के परिवार वालों को दे दी गई है. रोहतास जिले से परिवार वालों के आने के बाद आगे की प्रक्रिया पुलिस विभाग के द्वारा की जाएगी. दारोगा की मृत्यु के बाद सहयोगी भी मातम में डूबे हैं.