इसके साथ आने वाले अगले दो-तीन दिनों के बाद प्रदेश के सभी जिलों के टेंपेरेचर में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जा सकती है.
सोमवार को 16 जिलों में 40 डिग्री से ऊपर टेंपेरेचर रहा और भयंकर गर्मी के साथ लू की स्थिति देखी गई. इनमें 11 जिलों में भयंकर उष्ण लहर, भयंकर गर्मी की स्थिति बनी रही. राजधानी पटना में मध्यम उष्ण लहर, उमस भरी गर्मी और लू की स्थिति रही लेकिन शनिवार की अपेक्षा रविवार को टेंपेरेचर में 2.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. पटना का टेंपेरेचर 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शनिवार को पटना का टेंपेरेचर 44.7 डिग्री था.मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर उत्तर बिहार के आसपास स्थित है. आने वाले अगले दो से तीन दिनों में मॉनसून की उत्तरी सीमा मालदा एवं फारबिसगंज से आगे बढ़ने का अनुमान है, जिसके असर से आने वाले अगले दो से चार दिनों में पूरे बिहार के टेंपेरेचर में गिरावट के साथ राज्य के सभी जिलों में झमाझम बारिश होने का आकलन है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर उत्तर बिहार के करीब स्थित है. आने वाले अगले दो से तीन दिनों में मॉनसून की उत्तरी सीमा मालदा एवं फारबिसगंज से आगे बढ़ने का अनुमान है, जिसके असर से अगले दो से चार दिनों में पूरे बिहार के टेंपेरेचर में गिरावट के साथ राज्य के सभी जिलों में झमाझम बारिश होने का आकलन है.