हमारी पार्टी ने खुद को महागठबंधन से अलग कर लिया है.
हम तो रहना चाहते थे लेकिन बड़ी पार्टियां हमकों नहीं रखना चाहती हैं. पार्टी का अस्तित्व समाप्त करना चाहती हैं तो हमने महागठबंधन से अलग होने का भी न्याय लिया है. संतोष मांझी ने बोला कि नीतीश कुमार के मनाने और समझाने की बात तो तब होती है जब आपका अस्तित्व रहे, इसलिए हमने पार्टी को चलाने के लिए अलग होने का न्याय लिया है, जब नीतीश कुमार से हमारी आखिरी मीटिंग हुई, इससे पहले भी हमारे सामने प्रस्ताव रखा गया था. संतोष मांझी ने बोला कि जब एक बार त्यागपत्र दे दिया तो फिर वापस लेने की बात कहां है.बता दें कि बिहार सरकार में अनुसूचित जाति /जनजाति कल्याण मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन (मांझी) के मंत्री पद से त्यागपत्र की खबर से सियासी खलबली तेज हो गई है. सोमवार को ही जीतन राम मांझी ने आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की ऐलान की थी. वहीं विपक्षी दलों की बैठक में न्योता नहीं मिलने पर नाराजगी जताई थी.