नीतीश कुमार को तो खुद जेडीयू का राष्ट्रीय अध्य्क्ष कौन है इसकी सूचना नहीं है.
आसपास के लोगों से पूछते दिख रहे थे. गया जिले में औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत 8 प्रखंड आते हैं. प्रगति कामों और समस्या को लेकर डीएम के साथ रखा गया है. सांसद ने विपक्षियों की बैठक पर बोला कि 23 जून को अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस है उस दिन विधवा विलाप करेगी. उस बैठक में वही लोग आएंगे जो धारा 370 का आपत्ति, पाकिस्तान का समर्थन करने वाले हैं. मोदी सरकार ने भारत को अखंड भारत बनाया है. इसका आपत्ति करने वाले लोग मोदी विरोध के नाम पर इकट्ठा होने वाले हैं.नीतीश कुमार जिले के अधिकारी को ऐसे निर्देशित कर रहे थे जैसे यह बिहार सरकार के अधिकारी न होकर जेडीयू के कार्यकर्ता हैं. अधिकारियों को विकास कार्यों को तेजी से करना यह बोलना तो सही है, लेकिन अधिकारियों को यह बोला जाता है चुनाव होने वाला है कार्यों का प्रचार कीजिए. जनता के बीच में जाकर बताइए कि यह काम बिहार सरकार कर रही है. नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए. वे ऐसा इसलिए बोल रहे हैं कि उनका टावर छोड़ दिया है. वह अभी कुछ भी बोल सकते हैं.