नीतीश कुमार के दफ्तर में 79 रेल टक्कर की घटना और एक हजार ट्रेन का पटरी से उतरने की घटना हुई थी.
इन दोनों घटनाओं में लगभग 1527 से अधिक ज्यादा लोग मरे और लालू यादव के दफ्तर में 51 रेल टकराव और 550 घटना पटरी से उतरने का था, जिसमें निरंतर 1200 लोगों की मौतें हुई थी. देश के प्रधानमंत्री ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कई नई-नई तकनीकि के प्रगति पर बल दिया है, जिससे ऐसी दुर्घटना नगण्य हो गई थीं, लेकिन कुछ तकनीकी और मानवीय भूल के वजह से उड़ीसा में ऐसी दुर्घटना हुई, जो लोगों के हृदय को दहला देने वाला है.बीजेपी नेता ने बोला कि आज देश में अकल्पनिय जगहों तक भी ट्रेन पटरी का विस्तार हो चुका है, कई नई ट्रेनों का प्रारंभ भी हुआ है. जहां अधिकतर गति 95-120 किमी/घंटा वाली ट्रेनें चल रही थीं. वहीं, देश के प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता के कारण डेढ़ गुणा से अधिक ज्यादा गति से चलने वाली स्वदेश निर्मित विश्वस्तरीय वंदे भारत जैसी सुविधाजनक 200 ट्रेन देश को मिला है और आज करीब दो दर्जन वंदे भारत ट्रेन का परिचालन प्रारंभ भी हो चुका है. सबसे बड़ी बात देश में बुलेट ट्रेन के सपना को साकार करने का पहल करना ये सब केवल बीजेपी सरकार में ही मुमकिन हो सका है. और बता दे कि बीजेपी देशहित के लिए सदैव समर्पित और कटिबद्ध भी है.