नीतीश कुमार का नाम लेते हुए बोला कि फिर तो मुख्यमंत्री पर ही प्रश्न उठाना चाहिए.
सुधाकर सिंह ने बोला कि पूरी तरह सरकार दोषी है. बिहार में यह पुल दो बार गिरा. उससे पूर्व भी कई बड़े-बड़े पुल गिरे हैं. इन्होंने बोला कि इस मामले में संपूर्ण रूप से सरकार दोषी है क्योंकि किसी एजेंसी को टेंडर देना या कौन सा एजेंसी है यह सब सरकार के हक में है. उसमें किसी और को दोषी ठहराना यह बिल्कुल गलत है.भागलपुर की इस घटना पर बीजेपी निरंतर सरकार को घेर रही है. इधर सुधाकर सिंह ने भी बीजेपी के वर्णन का समर्थन किया है. सुधाकर सिंह ने बोला कि पुल गिरने के मामले पर किसी सत्ता पक्ष या विपक्ष की बात नहीं है. बीजेपी सही बोल रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पद के लायक नहीं हैं. मैं भी मानता हूं नीतीश कुमार इस पद पर सही से कार्य नहीं कर रहे हैं. इनका सिस्टम फेल है. हालांकि बीजेपी को अंगुली उठाने से पहले अपने बारे में भी सोचना चाहिए इसलिए इसमें भारतीय जनता पार्टी भी पूर्ण रूप से दोषी है क्योंकि इन्होंने भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाकर रखा था.सुधाकर सिंह ने विपक्षी एकत्व की बैठक के टलने की बात को लेकर बोला कि मैंने पहले भी बोला था और अभी भी बोल रहा हूं कि सभी विपक्ष इकट्ठा हैं. किसी को अलग से प्रयत्न करने की आवश्यकता नहीं है. अगर बीजेपी के विरुद्ध लड़ना है तो कांग्रेस को सपोर्ट करें. कांग्रेसी ही विपक्ष की एक धुरी है. इन्होंने बोला कि नीतीश कुमार को अगर बीजेपी के विरुद्ध चलना है तो सब लोग को इकट्ठा करने की आवश्यकता है और वही नीतीश कुमार कर रहे हैं. लेकिन कांग्रेस को आगे करना पड़ेगा. अगर कोई बोल रहा है कि 350 सीट पर कांग्रेस लड़ने वाली है तो यह पूरीतरह गलत है.