संवाद
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देश को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार देश की सीमा, उसके सम्मान और स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार कभी भी अपनी सीमाओं का उल्लंघन नहीं होने देंगी। आज जम्मू में एक राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में रक्षामंत्री ने कहा कि चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी- पीएलए सीमाओं में कुछ एकतरफा बदलाव करना चाहती थी लेकिन भारतीय सेनाओं ने पीएलए के मंसूबों को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि गलवान देश के स्वर्णिम इतिहास में लिखा जाएगा। श्री सिंह ने बातचीत के जरिए और शांतिपूर्ण तरीके से सीमा मुद्दे को हल करने के सरकार के रुख को दोहराया। उन्होंने कहा कि विवाद को सुलझाने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी है। रक्षामंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं और उठाए जा रहे हैं।
पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर- पीओके का जिक्र करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह दिन आएगा जब पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के लोग पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाएंगे और भारत में शामिल होना चाहेंगे। उन्होंने बताया कि सीमा के अग्रिम इलाकों में सड़क और बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है।